होकर रहेगा इंकलाब
जो गालियां सुनने के लिए
हर वक़्त तैयार रहें!
जो लाठियां खाने के लिए
हर वक़्त तैयार रहें!!
देश को ज़रूरत है ऐसे
लाखों नौजवानों की!
जो हवालात जाने के लिए
हर वक़्त तैयार रहें!!
जो गालियां सुनने के लिए
हर वक़्त तैयार रहें!
जो लाठियां खाने के लिए
हर वक़्त तैयार रहें!!
देश को ज़रूरत है ऐसे
लाखों नौजवानों की!
जो हवालात जाने के लिए
हर वक़्त तैयार रहें!!