जो औरों के बारे में कुछ सोचेगा
जो औरों के बारे में कुछ सोचेगा
तभी तो इंसानियत कुछ सीखेगा,
जो सारा वक़्त खुद पे ही दे देगा
वो तो खुद की ही दुनिया में…
सिमट कर रह जाएगा!!
“इंसानियत क्या चीज़ है”
ये कैसे बता पाएगा…??
….अजित कर्ण ✍️
जो औरों के बारे में कुछ सोचेगा
तभी तो इंसानियत कुछ सीखेगा,
जो सारा वक़्त खुद पे ही दे देगा
वो तो खुद की ही दुनिया में…
सिमट कर रह जाएगा!!
“इंसानियत क्या चीज़ है”
ये कैसे बता पाएगा…??
….अजित कर्ण ✍️