जुबां
गर समझ लो जिंदगी ज़ुबान को।
तो जीत लोगे गर्दीशी तूफान को।।
गर तेरी ज़ुबान यूं चलती रहेगी।
खुद मरेगी जिंदगी को मार देगी।।
न अधिक मीठा न बोलो ढेर खारा।
है जुबां जीवन का ये खेल सारा।।
हर किसी के सामने न “संजय” राज खोलो।
सोचो सौ सौ बार फिर तुम कोई बात बोलो।।
Just Do it
जय हिन्द