सियासत जो रियासत खतम करके हम बनाए थे, सियासत से रियासत बनाने
रिश्ते कैजुअल इसलिए हो गए है
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
आइये झांकते हैं कुछ अतीत में
वज़्न -- 2122 1122 1122 22(112) अर्कान -- फ़ाइलातुन - फ़इलातुन - फ़इलातुन - फ़ैलुन (फ़इलुन) क़ाफ़िया -- [‘आना ' की बंदिश] रदीफ़ -- भी बुरा लगता है
दिल के इक कोने में तुम्हारी यादों को महफूज रक्खा है।
जब तुम उसको नहीं पसन्द तो
समुद्र इसलिए खारा क्योंकि वो हमेशा लहराता रहता है यदि वह शां
यूं सरेआम इल्ज़ाम भी लगाए मुझपर,
सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '