जुनून
लक्ष्य पाने को जुनून होना चाहिए !
मंजिल पाना नहीं मुश्किल बस जुनून होना चाहिए,
निराश, उदास नहीं मन उपवन प्रसून होना चाहिए,
ललक हो जीवन में हर रोज कुछ नया करने की,
पतझड़ सा नहीं, हौसले में मानसून होना चाहिए !
कदम चूमेगी निश्चित सफलता एक दिन तुम्हारे,
स्वयं के लिए स्वयं का कठिन कानून होना चाहिए !
लक्ष्य पाने को जुनून होना चाहिए !
सतत प्रयत्न से ही निश्चित मंजिल पास आएगी,
अँधेरा भी होगा राह में, विकट बाधा भी आएगी,
आसान राह चलकर मंजिल पा ली तो मजा क्या है?
हर बार असफलता ही कैसे जीत जायेगी ?
ठान ली एक बार तो तेल निकल सकता है रेत से,
लक्ष्य को पा लेने तक क्यों शुकून होना चाहिए ?
लक्ष्य पाने को जुनून होना चाहिए !
नीरस जीवन क्यों जीना है हार की चादर ओढ़कर ?
श्रेष्ठ मानव हैं तो क्यों बैठना मन को सिकोड़ कर ?
प्रेरणा लेकर चलें कर्मपथ पर उस नन्हीं चिड़िया से,
जो अपना घोसला बनाती है तिनका-तिनका जोड़कर !
बार-बार हारकर भी हारती नहीं देखो उस चींटी को,
धमनियों में दौड़ता विश्वास भरा खून होना चाहिए !
लक्ष्य पाने को जुनून होना चाहिए !
– नवीन जोशी ‘नवल’