जुदा होके तुमसे //गीत//
जुदा हो के तुमसे तन्हा जी न पायेंगे
तेरे ही दिल को सनम हम घर बनायेंगे
तुमसे ही हर खुशी है तुमसे है ज़िंदगी
वो यारा तेरी चाहत की मैं करू बन्दगी
चाहत तुमसे यारा हमको बेशुमार है
मेरे दिल को कबसे तेरा इंतज़ार है
तेरी हर राह में फूल हम सजायेंगे
जुदा होके तुमसे तन्हा जी न पायेंगे
हँसना है रोना है साथ तेरे साजन
आजा मुझे लेने तू बाबुल के आँगन
साथ-साथ चलना प्रिया बनके परछाई
माँगू रब से दुआ न हो कभी जुदाई
चाहत की गीत सनम सदा हम गायेंगे
जुदा होके तुमसे तन्हा जी न पायेंगे
तुमसे है साथी जन्मों- जन्मों का नाता
साथ न कभी छोडुन्गा मेरा है वादा
मिलते रहेंगे दोनों जब तक है साँसे
तुझे देखा करेंगे जब तक है आंखे
तेरी हर बातों पर मुस्कान बनकर आयेंगे
जुदा होके तुमसे तन्हा जी न पायेंगे
रचनाकार :- दुष्यंत कुमार पटेल “चित्रांश”