जुग जुग जियो समीर वानखेड़े जी !(कानून का बहादुर सिपाही )
बनकर आंधी नशाखोरी के खिलाफ ,
उड़ चला तेज तर्रार समीर ।
और उनके साथ साथ कानून के दुश्मनों ,
और बॉलीवुड माफियों को धर चला समीर ।
जिसके साथ सम्पूर्ण देशवासियों की दुयायें हो ,
और ईश्वर स्वयं सहायक ।
उसे कौन रोक सकता है ? कहता है वक्त तुझे
“पूरे जोश में तू उड़ ओ जोशीले समीर !”
तू मात्र समीर नहीं , तू है तेज आंधी ।
ले जायेगी परखचे उड़ाकर।
जो कोई भी रास्ता रोकने की हिम्मत करेगा।
केवल जीवन के लिए श्वास ही नहीं देता समीर ,
जमीन से कूड़ा करकट साफ करने के लिए ,
भी आंधी बनकर चलता समीर ।
और यह समीर हमारा देश से नशाखोरी और ,
अन्य गंदगियों को साफ करने चला है ।
जुग जुग जियो वानखेड़े समीर !