जुगनू
जुग-जुग जुगनू,
प्यारी सी जुगनू।
रात को आती,
दिन को जाती।
तारों सी चमचमाती जुगनू
जुगनू के आने से,
लगता है ऐसे।
तारों की दुनिया में,
तारें हों जैसे।
जुग-जुग जुगनू,
प्यारी सी जुगनू।
जुगनू जब आती,
अँधेरा दूर हो जाता।
प्रकाश ही प्रकाश फैलाती।
मुझको लगती प्यारी जुगनू,
नभ में सबसे,
न्यारी जुगनू।
ऐसा लगता है जुगनू को,
भर लें अपनी मुट्ठी में।
जुग-जुग जुगनू,
प्यारी सी जुगनू
नाम-ममता रानी,राधानगर,(बाँका)