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14 Feb 2024 · 1 min read

जी सकिया ना में तेरे बिन

जी सकिया ना में तेरे बिन
मर जाऊं हर पल हर दिन
नहीं तेरे सिवा कोई मंजिल
पर तू राह ना मेरी मुमकिन

कैसे समझाऊं मेरे क़ातिल
दिल ले गया बड़े शातिर
ज़िद छोड़ दें तू मेरे खातिर
मेरा दिल करे तूझे हासिल

तेरे प्यार में है जिना मरना
कैसे सहूं में जुदाई सजना
दिन कटे ना यूं आजा रांजना
दूंगी दिल क्या जान भी वरना

तू है सागर की बिछड़ी लेहेर
ढूंडू तुझको में शामों सेहेर
किया कैसा तूने मुझ पे केहेर
रात लगे मुझे क्यूं दोपहर

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 61 Views

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