जी भर कर रोना चाहता हूं
पसंद नहीं मुझे ये शोरगुल,
कहीं शांति में जाकर सोना चाहता हूं,
बहुत छुपा लिया गम अपनी मुस्कुराहट के पीछे,
आज मैं जी भर कर रोना चाहता हूं।
© बदनाम बनारसी
पसंद नहीं मुझे ये शोरगुल,
कहीं शांति में जाकर सोना चाहता हूं,
बहुत छुपा लिया गम अपनी मुस्कुराहट के पीछे,
आज मैं जी भर कर रोना चाहता हूं।
© बदनाम बनारसी