जीवन
सुख-दुख जीवन का अंग होता है
हताशा- निराशा भी इसके संग होता है।
जीवन का भी एक इन्द्रधनुषी रंग होता है
इस रंग का आनंद न लेने से जीवन भंग होता है ।।
।। रूचि दूबे।।
सुख-दुख जीवन का अंग होता है
हताशा- निराशा भी इसके संग होता है।
जीवन का भी एक इन्द्रधनुषी रंग होता है
इस रंग का आनंद न लेने से जीवन भंग होता है ।।
।। रूचि दूबे।।