जीवन सुंदर खेल है, प्रेम लिए तू खेल। जीवन सुंदर खेल है, प्रेम लिए तू खेल। सूर्य-रोशनी-सम बना, रहे हृदय का मेल।। आर. एस. ‘प्रीतम’