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4 Apr 2019 · 1 min read

जीवन-संगिनी

दिनांक 4/4/19
विधा पिरामिड

है
मेरा
जीवन
साथ साथ
निभाने हेतु
है आभार उस
ईश्वरीय शक्ति को

2
है
साथी
तू मेरे
जीवन की
भूलता कैसे
हर राह की
जीवनसंगनी को

स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
452 Views
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