Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2022 · 1 min read

जीवन रूपी शिक्षक।

अनचाहे-अंजाने जीवन में चाहे,
कैसी भी मुश्किलें आईं,

हर कदम पर जीवन ने,
एक सीख नई सिखाई,

कहता जीवन की बहते चलो,
जैसे कोई बहता पानी,

तुमसे भी बने इस दुनिया में शायद,
कोई प्रेरणा से पूर्ण कहानी,

पल-पल बदलते जीवन ने बस,
एक बात यही समझाई,

जीवन उसका ही जीवन है जिसने,
हर हाल में निरंतरता पाई,

जीवन रूपी इस शिक्षक को,
शिक्षक दिवस की बधाई।

कवि-अंबर श्रीवास्तव।

Language: Hindi
1 Like · 126 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बारिश की संध्या
बारिश की संध्या
महेश चन्द्र त्रिपाठी
सावन तब आया
सावन तब आया
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ये दुनिया है आपकी,
ये दुनिया है आपकी,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
🌷मनोरथ🌷
🌷मनोरथ🌷
पंकज कुमार कर्ण
दो शे'र - चार मिसरे
दो शे'र - चार मिसरे
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
Suryakant Dwivedi
2567.पूर्णिका
2567.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
भ्रूणहत्या
भ्रूणहत्या
Dr Parveen Thakur
क्षितिज
क्षितिज
Dhriti Mishra
हर मंदिर में दीप जलेगा
हर मंदिर में दीप जलेगा
Ansh
😊चुनावी साल😊
😊चुनावी साल😊
*Author प्रणय प्रभात*
ना रहीम मानता हूँ ना राम मानता हूँ
ना रहीम मानता हूँ ना राम मानता हूँ
VINOD CHAUHAN
नज़र मिल जाए तो लाखों दिलों में गम कर दे।
नज़र मिल जाए तो लाखों दिलों में गम कर दे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
अंगारों को हवा देते हैं. . .
अंगारों को हवा देते हैं. . .
sushil sarna
अक्सर हम ज़िन्दगी में इसलिए भी अकेले होते हैं क्योंकि हमारी ह
अक्सर हम ज़िन्दगी में इसलिए भी अकेले होते हैं क्योंकि हमारी ह
पूर्वार्थ
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
स्तंभ बिन संविधान
स्तंभ बिन संविधान
Mahender Singh
अफ़सोस न करो
अफ़सोस न करो
Dr fauzia Naseem shad
बेटी
बेटी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मेरी बातें दिल से न लगाया कर
मेरी बातें दिल से न लगाया कर
Manoj Mahato
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सन्मति औ विवेक का कोष
सन्मति औ विवेक का कोष
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
Mangilal 713
*वृद्ध-आश्रम : आठ दोहे*
*वृद्ध-आश्रम : आठ दोहे*
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
"चाँद बीबी"
Dr. Kishan tandon kranti
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
*जमीं भी झूमने लगीं है*
*जमीं भी झूमने लगीं है*
Krishna Manshi
मां जब मैं तेरे गर्भ में था, तू मुझसे कितनी बातें करती थी...
मां जब मैं तेरे गर्भ में था, तू मुझसे कितनी बातें करती थी...
Anand Kumar
जिंदगी की फितरत
जिंदगी की फितरत
Amit Pathak
Loading...