Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Dec 2024 · 1 min read

जीवन मे माँ बाप की अहमियत

चाहे जितनी पूजा पाठ करो,तीर्थ करो हज़ार,
माँ बाप की सेवा बिन होता नहीं कभी उद्धार।

सब कुछ मिल जायेगा ,माँ बाप नहीं है मिलते,
मुरझा जाते है जो फूल, दुबारा नहीं वे खिलते।

माँ बाप के पास बैठने से दो फायदे अवश्य होते,
पहला आप बड़े न होते,दूजे माँ बाप बूढ़े न होते।

पकड़ लो हाथ माँ बाप के फिर किसी की जरूरत न पड़ेगी,
पकडे नहीं हाथ इनके,दुसरो के पाँव पड़ने की जरूरत पड़ेगी।

करो दिल से सजदा माँ बाप का तो इबादत लगेगी,
माँ बाप की सेवा तुम्हारी एक दिन अमानत बनेगी।

खुश नहीं होते माँ बाप,परिवार से वे अलग होकर,
खुश होते वे सदा,परिवार की एकता को देख कर।

माँ बाप की हमेशा सुनो,ऊपर वाला तुम्हारी सुनेगा,
उनको एक रुपया दोगे वो तुम्हें लाखो रूपये देगा।

अगर बोये पेड़ बबूल के,तो आम कहाँ से खाओगे,
जैसा माँ बाप के साथ करोगे वैसे ही तुम पाओगे।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
1 Like · 37 Views
Books from Ram Krishan Rastogi
View all

You may also like these posts

नारी बिन नर अधूरा🙏
नारी बिन नर अधूरा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सुकर्मों से मिलती है
सुकर्मों से मिलती है
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कुछ बिखरे हुए एहसास
कुछ बिखरे हुए एहसास
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
एहसास के सहारे
एहसास के सहारे
Surinder blackpen
स्त्री यानी
स्त्री यानी
पूर्वार्थ
"हमदर्दी"
Dr. Kishan tandon kranti
*अभी भी शादियों में खर्च, सबकी प्राथमिकता है (मुक्तक)*
*अभी भी शादियों में खर्च, सबकी प्राथमिकता है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
अब गुज़ारा नहीं
अब गुज़ारा नहीं
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल-कुछ नहीं आता !
ग़ज़ल-कुछ नहीं आता !
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
भजन (बाबा भीमराव अम्बेडकर) )
भजन (बाबा भीमराव अम्बेडकर) )
Mangu singh
2711.*पूर्णिका*
2711.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
..
..
*प्रणय*
और कितना मुझे ज़िंदगी
और कितना मुझे ज़िंदगी
Shweta Soni
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
VINOD CHAUHAN
!! वह कौन थी !!
!! वह कौन थी !!
जय लगन कुमार हैप्पी
ଭଗବାନ କିଏ
ଭଗବାନ କିଏ
Otteri Selvakumar
आज ये न फिर आएगा
आज ये न फिर आएगा
Jyoti Roshni
बेवफाई
बेवफाई
एकांत
Time
Time
Aisha Mohan
सपने ....
सपने ....
sushil sarna
हाइकु haiku
हाइकु haiku
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे।
जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
देखिए आप आप सा हूँ मैं
देखिए आप आप सा हूँ मैं
Anis Shah
मजहबों की न घुट्टी...
मजहबों की न घुट्टी...
अरशद रसूल बदायूंनी
ఇదే నా భారత దేశం.
ఇదే నా భారత దేశం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
नारी शक्ति का स्वयं करो सृजन
नारी शक्ति का स्वयं करो सृजन
उमा झा
* मुक्तक* *
* मुक्तक* *
surenderpal vaidya
वो आसमां था लेकिन खुद सिर झुकाकर चलता था। करता तो बहुत कुछ था अपने देश के लिए पर मौन रहता था।
वो आसमां था लेकिन खुद सिर झुकाकर चलता था। करता तो बहुत कुछ था अपने देश के लिए पर मौन रहता था।
Rj Anand Prajapati
संगत का प्रभाव
संगत का प्रभाव
manorath maharaj
Loading...