जीवन में हरदम बदलाव होता है
समय का हमेशा प्रभाव होता है
जीवन में हरदम बदलाव होता है
कभी दांत किटकिटाता ठंड आता
हाय ! कभी गर्मी प्रचंड आता
सूखे में फसल सिमट जाते हैं
कभी तो बादल ही फट जाते हैं
यही प्रकृति का स्वभाव होता हैं
जीवन में हरदम बदलाव होता है
हम स्वार्थ में ऐसे लीन हुए
अपने ही मन के अधीन हुए
कौन अपना कौन पराया है
बस बेईमानी मन में समाया है
दुनिया से भी अलगाव होता है
जीवन में हरदम बदलाव होता है
नूर फातिमा खातून “नूरी” (शिक्षिका)
जिला-कुशीनगर
उत्तर प्रदेश
मौलिक स्वरचित