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10 Jun 2023 · 1 min read

जीवन में बहुत मोड़ है

जीवन में बहुत मोड़ है,
शूल भरे यहाँ के रोड़ है,
सुख दुःख का जोड़ है,
स्वार्थ की यहां दौड़ है,

मतलब का मीठा जहर है,
बरस रहा बन कहर है,
दम घुंटता हर पहर है,
ढह गए स्नेह के शहर है,

रिश्तों के धागे टूटते,
राह में अपने छूटते,
अपने ही अब लूटते,
बोलो क्यों वो रूठते?

क्योंकि…..

यही जीवन है,

जीवन में बहुत मोड़ है,
शूल भरे यहां के रोड़ है,

Language: Hindi
74 Views
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