जीवन मनहरण घनाक्षरी
******* जीवन *****
** मनहरण घनाक्षरी**
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जीवन का है आधार
खुशियों भरा संसार
खुशी हो या फिर गम
मिलें सुखों का हार
जीवन है बहुरंगी
जैसे बजती सारंगी
रंग बिरंगे रंगो से
रंगें रंग नारंगी
कैसा भी हो हालचाल
सदा रखिए संभाल
कुदरत ने बनाई
दुनिया चाल बाज
मनसीरत बताता
झूठ रास नही आता
जीवन के सच्चाई का
मोल मनक्ष को भाता
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)