जीवन बड़ा ही निराला है
जीवन बड़ा ही निराला है
जीवन में है ,जीवन शक्ति
मैं भी जीवन जीता हूँ
जीवन में परमार्थ के लिए।।?
मै अपने जीवन के विगत स्मृति को देखूं
बचपन के जीवन का सारा रहा फेरु,
बालपन में थे,खुशहाली दिन
अब है,बड़े निराकारी दिन।।?
जीवन कैसे जीते विगत में नही जानू
बालपन का सारा जीवन अब बतलाऊँ।
जीवन था, सादा हमारा
बड़ा ही माया है प्रभु तुम्हरा ।?
जीवन के कुछ दिनों में -माता पिता व गुरु की शिक्षा हेरू
थोड़ा सा जीवन ऊपर उठा शिक्षा को धारण करू।
जब जीवन में शिक्षा प्राप्त किया
तब जीवन में ज्ञान प्राप्त हूआ।।?
जीवन में अब जीवन कृति बनू
थोड़ा सा ज्ञान प्राप्त कर लेखन लिखू,
अब जीवन का सारा जीवन
परमार्थ का जीवन।।?
अब ज्ञान प्राप्त हुई, सोच बड़ गईं
जीवन में व्रत है
सारा जीवन परिश्रम है।
जीवन में वादे अनेक किये
लक्ष्य मेरे जीवन में हुये।।?
जीवन में अब कृतकार बनू,
सामाजिक जनहित कार्यो पर चलू
ईश्वर है मेरा परोपकारी
परिश्रम कर ‘फल’ है जीवन बड़ा हितकारी।।?
“हिंदी भाषा ही नही भावो की अभिव्यक्ति है’ 2010 को 9th स्टेंड में एक कविता की रचना की थी । #हिंदी #दिवस