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17 Jun 2020 · 1 min read

जीवन पर दोहे

जीवन पर पाँच दोहे
*****************
तुलसी घर की शान है ,
पुण्य करे चहुँ ओर।
जीवन में सुख ही भरे,
बाँध प्रीति की डोर।।
★★★
औषधि जीवन का बड़ा,
प्रचलित तीनों लोक।
तुलसी मानव का हरे,
दुख पीड़ा सब शोक।।
★★★
वेदों में भी है लिखा,
तुलसी का गुणगान।
मानवता का है यही,
इस जग में पहचान।।
★★★
भीम बहुत खाने लगे,
भूख बढ़ा जब रोज।
तृप्त हुए जीवन मिला,
तुलसी पाकर भोज।।
★★★
तुलसी माता पूज्य हैं,
जो जन पूजे रोज।
दुख विपदा सब दूर हो,
बढ़ता मुख पर ओज।।
★★★
~~~~~~~~~~~~~
रचनाकार-डिजेन्द्र कुर्रे”कोहिनूर”
पीपरभवना,बलौदाबाजार (छ.ग.)
मो. ‌8120587822

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 505 Views
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