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17 Jan 2018 · 1 min read

जीवन दिशा

मसीह आये थे इस ज़मीं पर
मसीह तुम भी किसी के बनना।
उन्होंने पोंछे थे सब के आंसू
उन्हीं की राह तुम भी चलना।

फलक पर चमका था एक सितारा
ज़मी पर उतरा तो फूल बन कर
खिला गया वह इस चमन को
उसी की खुशबू में तुम महकना।

हृदय पर घाव झेले सब के
पहन कांटों का ताज सर पर
चढे सलीब हंसते हंसते
उसी करूणा में तुम उतरना।

मसीह आये हैं इस जमी पर
मसीह तुम भी किसी के बनना।

विपिन

Language: Hindi
465 Views
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