Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2023 · 1 min read

जीवन जितना

जीवन जितना होता है
कोई उतना कहां जी पाता है
कभी भाग्य कभी अकर्मण्यता
रोना यही रह जाता है
मन के अंतस में
आशाओं का कोई भाव
निरूत्तर रह जाता है
समय के चलते चक्रव्यूह में
कोई ठहर कहां पाता है
कुछ स्मृतियों के अतिरिक्त
जीवन में शेष कहां
रह जाता है !
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
4 Likes · 301 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
*संस्कारों की दात्री*
*संस्कारों की दात्री*
Poonam Matia
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
SHAMA PARVEEN
जश्ने आज़ादी का
जश्ने आज़ादी का
Dr fauzia Naseem shad
आप किससे प्यार करते हैं?
आप किससे प्यार करते हैं?
Otteri Selvakumar
मेरी गोद में सो जाओ
मेरी गोद में सो जाओ
Buddha Prakash
नयन कुंज में स्वप्न का,
नयन कुंज में स्वप्न का,
sushil sarna
प्रेम उतना ही करो
प्रेम उतना ही करो
पूर्वार्थ
खुद को संभाल
खुद को संभाल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
3145.*पूर्णिका*
3145.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिखा दो
दिखा दो
surenderpal vaidya
राजनीति में इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या मूर्खता है
राजनीति में इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या मूर्खता है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बहुत  ही  खूब सूरत वो , घर्रौंदे  याद आते है !
बहुत ही खूब सूरत वो , घर्रौंदे याद आते है !
Neelofar Khan
निश्छल प्रेम के बदले वंचना
निश्छल प्रेम के बदले वंचना
Koमल कुmari
दिल का आलम
दिल का आलम
Surinder blackpen
जो समझ में आ सके ना, वो फसाना ए जहाँ हूँ
जो समझ में आ सके ना, वो फसाना ए जहाँ हूँ
Shweta Soni
इस शहर से अब हम हो गए बेजार ।
इस शहर से अब हम हो गए बेजार ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
ये माना तुमने है कैसे तुम्हें मैं भूल जाऊंगा।
ये माना तुमने है कैसे तुम्हें मैं भूल जाऊंगा।
सत्य कुमार प्रेमी
मज़हब नहीं सिखता बैर
मज़हब नहीं सिखता बैर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
झूठ रहा है जीत
झूठ रहा है जीत
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
किसी से भी कोई मतलब नहीं ना कोई वास्ता…….
किसी से भी कोई मतलब नहीं ना कोई वास्ता…….
shabina. Naaz
The reflection of love
The reflection of love
Bidyadhar Mantry
गिदान बादामसी
गिदान बादामसी
Dr. Kishan tandon kranti
हिंदी दिवस को प्रणाम
हिंदी दिवस को प्रणाम
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
बात तनिक ह हउवा जादा
बात तनिक ह हउवा जादा
Sarfaraz Ahmed Aasee
जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
Sonam Puneet Dubey
#लघुकथा
#लघुकथा
*प्रणय प्रभात*
ये जो तुम कुछ कहते नहीं कमाल करते हो
ये जो तुम कुछ कहते नहीं कमाल करते हो
Ajay Mishra
यथार्थ
यथार्थ
Shyam Sundar Subramanian
नव्य द्वीप का रहने वाला
नव्य द्वीप का रहने वाला
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
लेखक कि चाहत
लेखक कि चाहत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...