सर्वश्रेष्ठ गीत – जीवन के उस पार मिलेंगे
जब हम तन में नहीं रहेंगे
तब हम अगणित बार मिलेंगे
जीवन के इस पार नहीं तो ,
जीवन के उस पार मिलेंगे
जहां चिताएं जलें न जल्दी
उस मरघट पर मिलने आना
वहीं कहीं पर मेरा तन भी
जलता होगा पता लगाना
उस मरघट के सूने पथ पर
सजे सजाए द्वार मिलेंगे
जीवन के इस पार नहीं तो
जीवन के उस पार मिलेंगे…
वही ग्रंथ हैं ज्ञान ग्रंथ जो
भ्रांत पथिक को राह बताएं
वही क्रियाएं योग क्रियाएं
प्रियतम से जो मिलन कराएं
भटक न जाना चलते-चलते
तुम्हें कई संसार मिलेंगे
जीवन के इस पार नहीं तो
जीवन के उस पार मिलेंगे…
मधुर मिलन के संकल्पों से
भरे हुए हैं भाव हमारे
तुम आ जाना उसी जगह पर
चमक रहे हैं जहां सितारे
इन्हीं सितारों की झिलमिल में
हम तुमको साकार मिलेंगे
जीवन के इस पार नहीं तो
जीवन के उस पार मिलेंगे…
… शिवकुमार बिलगरामी