जीवन की विफलता
जीवन की विफलता
बनती है सफलता ।
योग्यता के साथ अनुभव
अगर होता है।।
जिसका स्वभाव
शान्त-सरल होता है ।
उसके व्यक्तित्व का
प्रभाव अमिट होता है ।।
मन में तब असंतोष
मुखर होता है ।
कार्य जब कोई
इच्छा के विरुद्ध होता है ।।
निस्वार्थ शब्द में भी
स्वार्थ छिपा होता है ।
वासना हो जिसमें
वो प्रेम कहां होता है ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद