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8 Jan 2019 · 1 min read

जीवन की विडंबना

जीवन में बस
तेरा है सहारा
राधा डोले वृन्दावन
ढूंढे कृष्ण का आसरा

राम डोले वन वन
हनुमान बने आसरा

प्रह्लाद ने की आराधना
पाया ईश्वर का आसरा

पर्वत से बहती नदियाँ
धरती बनी आसरा

सूरज ने प्रकाश बिखेरा
तो जगत बना आसरा

चान्द ने बरसाई चाँदनी
तो मिला चकोरी को मिला आसरा

पंछी ने ढूंढा घरोंदा तो
वृक्षों ने दिया आसरा

है कैसी विडम्बना
बच्चों को जिन
माता पिता ने दिया आसरा
वहीं ढूंढते
वृध्दावस्था में आसरा

स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
215 Views
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