जीवन की राह पर
जीवन की राह पर
मुश्किलें हजार हों
लेकर हम रामाधार
कर जाए जलधि पार
देखो फिर कोई नहीं
टिकता है सामने
निश्चित ही सफल हो
इसमें न संशय हो
मजबूत है इरादा जो
ईश्वर भी साथ हो।
इम्तिहान कठोर जब
तो पद होता उच्च वो
डरना तुम नहीं चाहे
कितनी भी देर हो।
पंथी तू राह से
विचलित न कभी हो
लालच और ईर्ष्या
घेरेंगी चारों ओर
उन्नत ललाट रख
दूर तक दृष्टि रख
कर्मों की शुद्धता
जीवन के मूल रख।
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