जीवन की रंगत: सुख और दुख का संगम
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/4688b77a5a80e21c19ccad18848af63e_be16ef33b9d5431ab4fb39ed693d6f1b_600.jpg)
जीवन की रंगत: सुख और दुख का संगम
सुख और दुःख, जीवन के दो पहलू,
इनके बिना अधूरा, हर पल का आनंद।।
सुख के क्षणों में, मुस्कान खिलती,
दिल गदगद होता, मन मचलता।।
फिर आता है दुःख, आँखों में आंसू,
मन भारी होता, टूट जाता है विश्वास।।
लेकिन ये दोनों ही, जीवन का हिस्सा,
इनसे सीखकर, बनते हैं हम मजबूत।।
सुख हमें देता है, जीने की इच्छा,
दुःख सिखाता है, कीमत हर पल की।।
इसलिए जीवन को जीयो, हर पल को महसूस करो,
सुख के साथ नाचो, दुःख से सीखो।।
क्योंकि ये दोनों ही, मिलकर बनाते हैं,
जीवन की सच्ची सुंदरता, हर पल की कहानी।।