जीवन का सत्य
गुस्से के वक्त थोड़ा रुक जाने से और गलती के वक्त थोड़ा झुक जाने से जिन्दगी आसान हो जाती है ।
करीब इतना रहो कि रिश्तों में प्यार रहे । दूर भी इतना ही रहो कि आने का इंतजार रहे।रखो उम्मीद रिश्तों के दरमियान इतनी कि टूट जाए उम्मीद मगर रिश्ते बरकरार रहें।
बुद्ध ने महल का त्याग किया शांति की तलाश में और हम शांति का त्याग कर रहे हैं, महल की तलाश में ।
प्रशंसा को हमेशा विनम्रता से स्वीकार करें और आलोचना पर गम्भीरता से विचार करें ।किसी ने खूब कहा है-
शौक से निकालिए नुक्स मेरे किरदार में, आप नहीं होंगे तो मुझे तराशेगा कौन?
कदम चलते रहेंगे जब तक श्वास है, परिस्थिति से परे स्वयं पर हमें विश्वास है ।
अच्छे लोगों को ढूँढ़ना मुश्किल होता है, छोड़ना और भी मुश्किल और भूल जाना नामुमकिन ।