जीवन का नया पन्ना
आज की सुबह के साथ खुल रहा है
जीवन का एक और नया पन्ना ।
पन्ने का रंग, आकार पूर्व निर्धारित है
किन्तु इस पन्ने के कलमकार, तुम ही हो
ईश्वर ने दी है तुम्हें बुद्धि व विवेक की कलम,
यत्न की कूंची और प्रकृति के रंग।
अब यह तुम पर है कि
क्या-क्या लिखते हो इस नए पन्ने पर।
तुम्हारे जैसे कलमकार से
अपेक्षा है एक ग्रंथ रचने की
मुझे पता है तुम ये कर सकते हो
इसी विश्वास के साथ तुम्हें
ढेरों आशीर्वाद व प्यार।