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24 Feb 2022 · 1 min read

जीवन का चक्र है यह

जीवन का चक्र है यह
जो शुरुआत है, वही अंत है
जो अंत है
वहां से फिर से
एक नई शुरुआत होती है लेकिन
इस बार एक नये सिरे से
नये रूप से
नये रंग से
नये तन से
नये मन से
नई आत्मा और
नये वस्त्र से
रूप बदलते रहते हैं
रंग बदलते रहते हैं
जीवन जीने के ढंग बदलते रहते हैं
जीवन के संकल्प, मंजिल और
प्रण बदलते रहते हैं लेकिन
यह जीवन एक चक्र की भांति ही
कभी खत्म नहीं होता
चलता रहता है
इसके बिंदु बदलते रहते हैं लेकिन
जीवन में खत्म होने जैसा कुछ नहीं
इसमें विराम है, अर्धविराम है पर पूर्ण विराम कहीं नहीं।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 460 Views
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