जीवन का आनंद उठाएं
जीवन का आनंद उठाएं, सुख शांति संतोष जगाएं
मन बगिया में,सुमन खिलाएं
अपने अंतस को महकाएं, ऊर्जा अंदर को ले जाएं आशा और विश्वास जगाएं, भावनाएं समृद्ध बनाएं प्रेम शांति से द्वार सजाएं, जीवन का आनंद उठाएं
मन दर्पण की धूल हटाएं, हृदय में निर्मलता लाएं संवेदनशील रहें जग में, सुबुद्धि से अपने कर्म सजाएं दूर करें दुर्बुद्धि मन की, विकार न अंदर आने पाएं
धर्म अधर्म को जान सके, अंतस में ऐसा ज्ञान जगाएं करें ज्ञान से कर्म, मोक्ष जीवन में पाएं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी