जीवन -पथ
जीवन कम न अकड़ो भाई
पैसों को न जकड़ो भाई।
हिन्दू,मुस्लिम, सिख,ईसाई
आपस में सब भाई भाई।
मानवता से रहना सीखो
जीवन होगा तब सुखदाई।
जीवन कम न अकड़ो भाई।
ईर्ष्या, द्वेष,दंभ की पीड़ा
ये तो है बेहद दुखदाई
जीवन-पथ पर बढ़े चलो
ये ही असली पथ हैं भाई।
जीवन कम न अकड़ो भाई
पथ पर आगे बढ़े चलो तुम
नित जीवन को,गढ़े चलो तुम
सार धरा पर जीने का बस
प्रेम मार्ग को पकड़ो भाई।
जीव कम न अकड़ो भाई