जीवन और रिश्ते
मानव का जीवन रिश्तों की डोर से बंधा हुआ होता है।वह कभी भी अकेला जंगल में नही रह सकता है। मानव का जीवन रिश्तों,का जीवन है। लेकिन आज वह रिश्तों को महत्व नहीं दे रहा है। जबकि उसके जीवन को सफल बनाने में रिश्तों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।
उसे कोई न कोई सहयोग करता है। तभी वह आगे बढ़ पाता है।अगर उसे किसी भी प्रकार की मदद न मिले तो मनुष्य अपनी सफलता की कहानी नही लिख सकता है।
मानव जीवन में रिश्तों का बहुत योगदान होता है। युवा वर्ग रिश्तों के महत्व को नही समझ पा रहे हैं। इसलिए आज बहुत जल्दी सुसाइड कर रहे हैं। उन्हें इतना भी ज्ञान नहीं है,कि मेरे जीवन को बनाने वाले भी यही है। तो हम क्यों इस तरह का कदम उठाये, जिससे हमारे रिश्ते कलंकित हो।