जीवन-आनंद।
कभी थोड़ा सा तीखा है,
तो कभी है कलाकंद,
कुछ तो बात है जीवन में,
कि हर पल है आनंद,
कौन जाने कब थमें ये सांसे,
धड़कन हो जाए बंद,
कुछ तो बात है जीवन में,
कि हर पल है आनंद,
लंबा दिखता जीवन ये,
पर लम्हे रह जाते चंद,
कुछ तो बात है जीवन में,
कि हर पल है आनंद,
गतिमान-गतिशील सा है ये कभी,
तो कभी हो जाता मंद,
कुछ तो बात है जीवन में,
कि हर पल है आनंद।
कवि-अंबर श्रीवास्तव।