जीवनसंगिनी की याद
आज अचानक तुम्हारी याद आई है
जब मैं आईना देख रहा हूं
अब सजने सवरने का क्या मतलब
जब जिंदगी में अकेले काट रहा हूं
आज याद आ रही है बीते जमाने की
जब मैं तुम्हारे हुसन पर फिदा था
मैं कैसे रह जाता था यूं ही देखता
जब तुम निकलते थे डाले रेशमी साड़ी का
जोड़ा पिछली बातें याद कर, हो रहे हैं दिल के टुकड़े-टुकड़े
और आंखों के सामने तैरने लगी है तुम्हारी ही तस्वीरें
यादें भुलाई नहीं जाती तुम्हारे प्यार में
अश्रु धारा रुकती नहीं तुम्हारी याद में…..
उमेंद्र कुमार