जीने दें
सोयी थी रोते रोते…. अचानक से आवाज आई…
ना मार मुझे तेरी कोक में ही मां…..
मुझे भी तो जीने दे… मुझे भी तो जीने दें…
लड़की हुई तो क्या? मुझे भी दुनिया देखनी हैं|
तेरी गोद मैं सर रख के सोना हैं…..
पापा की कंधो पर बैठकर सारा जग घुमना हैं…..
इन खुले आसमानों में,
तितली की तरह उड़ने दे….
मछली तैंरती हैं पाणी में,
वैसे मुझे भी तो जीने दें….
हे माँ, मुझे भी तो जीने दें…..
पढ़-लिख के बडी़ बनुँगी,
वादा करती हुँ जिन्दगीभर
आपको-पापाको संभालुँगी……
लेकीन मुझे भी तो इस
खुली हवा में सांस लेने दे
हे माँ, मुझे भी तो जीने दें….
मुझे भी तो जीने दें…..
शादी करके ससुराल जाऊँगी,
पर आपको न भुल पाऊँगी………
मैं भी तो मांँ बनना चाहती हुँ…..
मुझे भी तो जीने दें…….
हे माँ, मुझे भी तो जीने दें……