जीने की राह
ठीक वहीं से
तेरी क़िस्मत का
दरवाज़ा खुलता है!
तू जहां से राह
अंबेडकर वाली
अपने लिए चुनता है!!
अब उसके लिए
तुझे उठकर थोड़ी
मेहनत करनी होगी
रोज़ सुबह-शाम
बैठे हुए जिसका
ख़्वाब तू बुनता है!!
#ambedkarism
Shekhar Chandra Mitra