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23 Feb 2022 · 1 min read

जीने की राह

ठीक वहीं से
तेरी क़िस्मत का
दरवाज़ा खुलता है!
तू जहां से राह
अंबेडकर वाली
अपने लिए चुनता है!!
अब उसके लिए
तुझे उठकर थोड़ी
मेहनत करनी होगी
रोज़ सुबह-शाम
बैठे हुए जिसका
ख़्वाब तू बुनता है!!
#ambedkarism
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
140 Views
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