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21 Nov 2017 · 1 min read

जीने का ना कोई बहाना चाहिए

जीने का ना कोई बहाना चाहिए
अब तो यार वही पुराना चाहिए

दिल को दिल से लगाना चाहिए
इश्क़ में थोड़ा फड़फड़ाना चाहिए

यार बना लो कितने भी तुम
रूठ जाने का कोई बहाना चाहिए

प्यार हो जाए अगर ज़िन्दगी में
फिर बात करने का ना कोई बहाना चाहिए

दुःख है थोड़े माना इस डगर में
हँसते हुए सबको पर लगाना चाहिए

दो जिस्म और एक जान है
मुश्कलात में भी साथ निभाना चाहिए

भूपेंद्र रावत
13।10।2017

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