जीत सकता हूं मैं हर मकाम।
जीत सकता हूं मैं हर एक खिताब।
पढ़ रखी है हर क्षेत्र की हमने किताब।
निकल जाता हूं अंधेरे में बन कर आफताब।
RJ Anand Prajapati
जीत सकता हूं मैं हर एक खिताब।
पढ़ रखी है हर क्षेत्र की हमने किताब।
निकल जाता हूं अंधेरे में बन कर आफताब।
RJ Anand Prajapati