Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Sep 2023 · 1 min read

*जीता हमने चंद्रमा, खोज चल रही नित्य (कुंडलिया )*

जीता हमने चंद्रमा, खोज चल रही नित्य (कुंडलिया )
________________________
जीता हमने चंद्रमा, खोज चल रही नित्य
चला जॉंचने सूर्य को, अब अपना आदित्य
अब अपना आदित्य, यान सूरज नापेगा
इसके क्या हैं हाल, चाल यह सब भॉंपेगा
कहते रवि कविराय, चला यह लेकर फीता
दूरी पंद्रह लाख, किलोमीटर यों जीता
____________________________
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

386 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

नीति री बात
नीति री बात
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मन मेरा मेरे पास नहीं
मन मेरा मेरे पास नहीं
Pratibha Pandey
"CCNA® Training in London: Become a Certified Network Associate with Cisco"
bandi tharun
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें
rkchaudhary2012
वेलेंटाइन डे स्पेशल
वेलेंटाइन डे स्पेशल
Akash RC Sharma
संत गुरु नानक देव जी
संत गुरु नानक देव जी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Raksha Bandhan
Raksha Bandhan
Sidhartha Mishra
तुम्हें अहसास है कितना तुम्हे दिल चाहता है पर।
तुम्हें अहसास है कितना तुम्हे दिल चाहता है पर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
Ikrar or ijhaar
Ikrar or ijhaar
anurag Azamgarh
ऋण चुकाना है बलिदानों का
ऋण चुकाना है बलिदानों का
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
2614.पूर्णिका
2614.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
रक्षाबंधन का त्यौहार
रक्षाबंधन का त्यौहार
Ram Krishan Rastogi
गूंगा ज़माना बोल रहा है,
गूंगा ज़माना बोल रहा है,
Bindesh kumar jha
जिंदगी है एक खेल
जिंदगी है एक खेल
Shutisha Rajput
वो गुस्से वाली रात सुहानी
वो गुस्से वाली रात सुहानी
bhandari lokesh
*धनतेरस का त्यौहार*
*धनतेरस का त्यौहार*
Harminder Kaur
स्वाभिमान
स्वाभिमान
Shyam Sundar Subramanian
अभाव अमर है
अभाव अमर है
Arun Prasad
कौड़ी के भाव ले के दुआ
कौड़ी के भाव ले के दुआ
अरशद रसूल बदायूंनी
दस्तूर
दस्तूर
Davina Amar Thakral
कोई दौलत पे, कोई शौहरत पे मर गए
कोई दौलत पे, कोई शौहरत पे मर गए
The_dk_poetry
दोहा समीक्षा- राजीव नामदेव राना लिधौरी
दोहा समीक्षा- राजीव नामदेव राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मन का चैन कमा न पाए
मन का चैन कमा न पाए
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
- दिपावली पर दीप जलाओ अंधकार को मिटाओ -
- दिपावली पर दीप जलाओ अंधकार को मिटाओ -
bharat gehlot
हम मोहब्बत में सिफारिश हर बार नहीं करते,
हम मोहब्बत में सिफारिश हर बार नहीं करते,
Phool gufran
*माँ : 7 दोहे*
*माँ : 7 दोहे*
Ravi Prakash
मौन आमंत्रण
मौन आमंत्रण
Namita Gupta
जय माता कल्याणी
जय माता कल्याणी
indu parashar
अफसोस
अफसोस
Dr. Kishan tandon kranti
#धर्म
#धर्म
*प्रणय*
Loading...