जिस तरह से आत्मा बिना शरीर के कोई भी कार्य सिद्ध नहीं कर सकत
जिस तरह से आत्मा बिना शरीर के कोई भी कार्य सिद्ध नहीं कर सकती ठीक उसी प्रकार इस सृष्टि में सभी प्राणी, पादप एवं ग्रह, नक्षत्र, वस्तु एक दूसरे के अनुपूरक है एक दूसरे की जरूरत के बिना ये अर्थहीन और निष्फल है।
Rj Anand Prajapati