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24 Aug 2024 · 1 min read

जिसको जीवन का केंद्र मान कर प्रेम करो

जिसको जीवन का केंद्र मान कर प्रेम करो
और मालूम हो कि तुम उसकी ज़िन्दगी में
बस हाशिये पर हो एक धुंधले बिंदू जैसे
तो बिना कोई सवाल-जवाब किए चल देना
प्रेम फालतू की कहासुनी से कहीं ऊपर है
वो मौन भी सुन कर तालमेल बैठा लेता है
मत करना इंतज़ार, ऑंखें बोझिल कर देगा
जो सिर्फ़ अपनी सहूलियत देखे, उसका भरोसा मत करना
जो समझे कि प्रेम खरीदा जा सकता है, महंगे उपहारों से
प्रेम किया जा सकता है
ज़िम्मेदारी और जवाबदेही से बच के
वो कभी इज़्ज़त और वक़्त नहीं देगा
टूट कर प्रेम करना मगर टूटना मत
प्रेम करना मगर इस्तेमाल न होना
डूबकर जीना और पार हो जाना
मत दबाना अपने गुस्से को उसे जीना
ख़ुद को और प्रेम करना ,वो तुम्हारी ख़ुद के प्रति जवाबदेही है
याद रखना हर चीज़ की Expiry Date होती है
कुछ दिन, महीने या कुछ साल ,तकलीफ़ कम हो जाएगी!
फिर भी भरोसा रखना प्रेम पर क्योंकि
प्रेम गलत नहीं था, तुम्हारा चुनाव गलत निकला

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