जिसके पास “ग़ैरत” नाम की कोई चीज़ नहीं, उन्हें “ज़लील” होने का जिसके पास “ग़ैरत” नाम की कोई चीज़ नहीं, उन्हें “ज़लील” होने का पूरा-पूरा हक़ है। ◆प्रणय प्रभात◆