जिसका संघर्ष निरन्तर जारी, नाम उसी का है नारी….
जिसका संघर्ष निरन्तर जारी,
नाम उसी का है ….नारी,
त्याग बलिदान देती भारी,
स्नेह ममता उड़ेलती सारी,
फिर भी जाती है दुत्कारी,
दहेज के लिए वो मारी,
जिसका संघर्ष निरन्तर जारी,
नाम उसी का है ….नारी,
छोड़ अपना घर आती,
फिर भी सम्मान न पाती,
भेद- भाव का दंश सहती,
मौन रहकर कुछ न कहती,
जिसका संघर्ष निरन्तर जारी,
नाम उसी का है …..नारी,
कितना संघर्ष करती नारी,
फिर भी हिम्मत न वो हारी,
हर पथ पर वो आगे बढ़ती,
हर मुश्किल को पार करती,
जिसका संघर्ष निरन्तर जारी,
नाम उसी का है नारी…..,
जब क्रोध में पड़े दृष्टि,
थर-थर काँपती सृष्टि,
जब बन जाती काली,
दुष्टों से भू होती खाली,
जिसका संघर्ष निरन्तर जारी,
नाम उसी का है …..नारी,
—–जेपीएल