Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2024 · 1 min read

*जिन-जिन से संबंध जुड़े जो, प्रभु जी मधुर बनाना (गीत)*

जिन-जिन से संबंध जुड़े जो, प्रभु जी मधुर बनाना (गीत)
_________________________
जिन-जिन से संबंध जुड़े जो, प्रभु जी मधुर बनाना
1)
इस जीवन में चार दिवस का, जुड़ता सबसे नाता
नाता वह ही है सुंदर जो, जुड़कर मन को भाता
मन से मन के तार जोड़कर, हो संबंध सुहाना
2)
कभी न वाणी से कटु बोलें, चलें न कड़वी चालें
लोभ और ईर्ष्या से प्रेरित, इच्छा कभी न पालें
लक्ष्य यही हो प्रेम-भाव से, प्रिय संबंध निभाना
3)
सहकर्मी या मित्र पड़ोसी, बंधु भाग्यवश पाते
सज्जन मिलें सुमन जीवन में, लगता खिल-खिल जाते
जीवन में गठजोड़ हमारा, सही-सही बैठाना
जिन-जिन से संबंध जुड़े जो, प्रभु जी मधुर बनाना
———————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा रामपुर उत्तर प्रदेश मोबाइल 9997615451

Language: Hindi
156 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं
Manisha Manjari
பூக்களின்
பூக்களின்
Otteri Selvakumar
हृदय वीणा हो गया।
हृदय वीणा हो गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
एक दिन
एक दिन
Dr fauzia Naseem shad
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
Rj Anand Prajapati
आजा आजा रे कारी बदरिया
आजा आजा रे कारी बदरिया
Indu Singh
बेकरार दिल
बेकरार दिल
Ritu Asooja
राजतंत्र क ठगबंधन!
राजतंत्र क ठगबंधन!
Bodhisatva kastooriya
दुनियाँ में सबने देखा अपना महान भारत।
दुनियाँ में सबने देखा अपना महान भारत।
सत्य कुमार प्रेमी
*हे शारदे मां*
*हे शारदे मां*
Dr. Priya Gupta
चौराहे पर....!
चौराहे पर....!
VEDANTA PATEL
पल पल है जिंदगी जिले आज
पल पल है जिंदगी जिले आज
Ranjeet kumar patre
माँ वीणा वरदायिनी, बनकर चंचल भोर ।
माँ वीणा वरदायिनी, बनकर चंचल भोर ।
जगदीश शर्मा सहज
सूरत अच्छी ,नीयत खोटी दर्पण देख रहे हैं लोग ,
सूरत अच्छी ,नीयत खोटी दर्पण देख रहे हैं लोग ,
Manju sagar
दीवार
दीवार
अखिलेश 'अखिल'
प्रेम जीवन में सार
प्रेम जीवन में सार
Dr.sima
झूल गयी मोहब्बत मेरी,ख्वाइश और जेब की लड़ाई में,
झूल गयी मोहब्बत मेरी,ख्वाइश और जेब की लड़ाई में,
पूर्वार्थ
*प्रखर राष्ट्रवादी श्री रामरूप गुप्त*
*प्रखर राष्ट्रवादी श्री रामरूप गुप्त*
Ravi Prakash
रेशम की डोर राखी....
रेशम की डोर राखी....
राहुल रायकवार जज़्बाती
ज्ञान का अर्थ अपने बारे में होश आत्मबोध
ज्ञान का अर्थ अपने बारे में होश आत्मबोध
ओंकार मिश्र
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
■सत्ता के लिए■
■सत्ता के लिए■
*प्रणय*
फूल फूल और फूल
फूल फूल और फूल
SATPAL CHAUHAN
होली
होली
Dr Archana Gupta
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
Mangilal 713
यादों से निकला एक पल
यादों से निकला एक पल
Meera Thakur
इतना क्यों व्यस्त हो तुम
इतना क्यों व्यस्त हो तुम
Shiv kumar Barman
आया सखी बसंत...!
आया सखी बसंत...!
Neelam Sharma
"समष्टि"
Dr. Kishan tandon kranti
3293.*पूर्णिका*
3293.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...