जिन्दगी में फैसले
आते है
जिन्दगी में
कई मौड
लेने होते हैं
नाजुक फैसले
होती है जरूरत
उसी समय
समझदारी की
न पछताना पड़े
अपने निर्णय पर
हों गर
ऊंचे पद पर
न लो कोई
ऐसा फैसला
तकलीफ हो
मातहत हो
मान रखो
ईश का
स्वीकारो
फैसले उसके
लगता जो
आज बुरा
छिपा है
कुछ अच्छा
भविष्य में
गर
जियेंगे सोच
सकारात्मक लिये
लेंगे हर निर्णय सही
होगा हर काम सफल
उन्नति करेंगे
पहुंचेंगे शिखर तक
करो सम्मान
माता पिता के
फैसलों का
देवदूत हैं वो
जीवन की
राहों में
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल