Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2024 · 1 min read

जिन्दगी तेरे लिये

कितने जख्म खाये
कितने दर भटके
ढूँढ़ती रही हर निगाह में तुझे,
करती रही सफर बुझे बुझे,
अन्धेरे में टटोलती रही,
उजाले में तुम्हारी तस्वीर बनाई,
तुझे पाने की चाहत में बेचैन
कई रातें आँखों में गुजार दी
अतीत को याद किया,
वर्तमान को ज़ाया किया,
भविष्य के सपने सँजोये,
आज में,
कदमों को गिनकर तेरी
उम्र का अन्दाजा लगाया,
फिर अचानक भींगती
आँखे मुस्करा उठी,
उन्नीदी सी अहसास में
अपने ही भीतर तुम्हारी झलक पाई,
जिन्दगी तू तो इसी पल में थी,
गुजरते हरेक लम्हें में मुझसे रूबरू थी।
.…….………….पूनम समर्थ (आगाज ए दिल)

Language: Hindi
1 Like · 112 Views

You may also like these posts

ये धरती महान है
ये धरती महान है
Santosh kumar Miri
शब्द
शब्द
Suryakant Dwivedi
sp,,94बात कोई भी नहीं भूलता
sp,,94बात कोई भी नहीं भूलता
Manoj Shrivastava
" पिंजरा "
Dr. Kishan tandon kranti
Pardushan
Pardushan
ASHISH KUMAR SINGH
*काश पूछ कर पाकिस्तान बनाते (गीत)*
*काश पूछ कर पाकिस्तान बनाते (गीत)*
Ravi Prakash
उजाले
उजाले
Karuna Bhalla
प्रदूषण
प्रदूषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
वो मुझसे आज भी नाराज है,
वो मुझसे आज भी नाराज है,
शेखर सिंह
स्वाभिमान
स्वाभिमान
Shweta Soni
वो कली हम फूल थे कचनार के।
वो कली हम फूल थे कचनार के।
सत्य कुमार प्रेमी
"बेटी दिवस, 2024 पर विशेष .."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*अग्निवीर*
*अग्निवीर*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
निर्गुण
निर्गुण
श्रीहर्ष आचार्य
बरसातों में मीत की,
बरसातों में मीत की,
sushil sarna
कविता बिन जीवन सूना
कविता बिन जीवन सूना
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सत्यदेव
सत्यदेव
Rajesh Kumar Kaurav
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
अदब  नवाबी   शरीफ  हैं  वो।
अदब नवाबी शरीफ हैं वो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आधे अधूरे ख्वाब
आधे अधूरे ख्वाब
ललकार भारद्वाज
हैं श्री राम करूणानिधान जन जन तक पहुंचे करुणाई।
हैं श्री राम करूणानिधान जन जन तक पहुंचे करुणाई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
अपना चेहरा
अपना चेहरा
Dr fauzia Naseem shad
जो संतुष्टि का दास बना, जीवन की संपूर्णता को पायेगा।
जो संतुष्टि का दास बना, जीवन की संपूर्णता को पायेगा।
Manisha Manjari
** लगाव नहीं लगाना सखी **
** लगाव नहीं लगाना सखी **
Koमल कुmari
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
अमर क्रन्तिकारी भगत सिंह
अमर क्रन्तिकारी भगत सिंह
कवि रमेशराज
मेरी अवनति में मेरे अपनो का पूर्ण योगदान मेरी उन्नति में उनका योगदान शून्य है -
मेरी अवनति में मेरे अपनो का पूर्ण योगदान मेरी उन्नति में उनका योगदान शून्य है -
bharat gehlot
*बुंदेली दोहा-चिनार-पहचान*
*बुंदेली दोहा-चिनार-पहचान*
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
33Win cung cấp các thể loại game nổi bật như cá cược thể tha
33Win cung cấp các thể loại game nổi bật như cá cược thể tha
Nhà cái 33WIN
Loading...