जिज्ञासा पर दोहे
जिज्ञासा पर दोहे
जिज्ञासा जब हो प्रबल,सफर बने हर राह।
पावन कर्मों से मिले, मन में खुशी अथाह।।
जिज्ञासा मन में भरे,अटल आत्मविश्वास।
दिव्य श्रेष्ठ शुभ ज्ञान ही,परम पुंज है खास।।
कोहिनूर मन में भरो,प्रेम भाव का रंग।
जिज्ञासा मन भाव से,बनते प्रीत प्रसंग।।
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स्वरचित©®
डिजेन्द्र कुर्रे”कोहिनूर”
छत्तीसगढ़(भारत)