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7 Jul 2022 · 1 min read

जिंदगी

🦚
जिन्दगी
००००००
जिन्दगी फूल‌ सी है महकिये जरा ,
बुलबुलों‌ से कभी तो चहकिये जरा ,
है अनौखा नशा प्यार के जाम में ,
पीजिये , झूमिये फिर बहकिये जरा ।
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
***
🪷🪷🪷

279 Views
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