Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Mar 2022 · 1 min read

जिंदगी

जब तक हैं आंखें खुली, तब तक चाँद चकोर।
ज्यूँ जग से रुखसत हुए, रहे न आँगन भोर
छोटी सी है ज़िन्दगी, रख बुलंद क़िरदार
कहती कब सूरजमुखी, सूरज मेरी ओर।।

सूर्यकान्त द्विवेदी

Language: Hindi
1 Like · 206 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*तुम्हारी पारखी नजरें (5 शेर )*
*तुम्हारी पारखी नजरें (5 शेर )*
Ravi Prakash
जो वक्त से आगे चलते हैं, अक्सर लोग उनके पीछे चलते हैं।।
जो वक्त से आगे चलते हैं, अक्सर लोग उनके पीछे चलते हैं।।
Lokesh Sharma
चलो...
चलो...
Srishty Bansal
सुनो सखी !
सुनो सखी !
Manju sagar
जीत मुश्किल नहीं
जीत मुश्किल नहीं
Surinder blackpen
बात तब कि है जब हम छोटे हुआ करते थे, मेरी माँ और दादी ने आस
बात तब कि है जब हम छोटे हुआ करते थे, मेरी माँ और दादी ने आस
ruby kumari
"" *सपनों की उड़ान* ""
सुनीलानंद महंत
माँ की छाया
माँ की छाया
Arti Bhadauria
माना सांसों के लिए,
माना सांसों के लिए,
शेखर सिंह
सज गई अयोध्या
सज गई अयोध्या
Kumud Srivastava
तुम्हारी याद है और उम्र भर की शाम बाकी है,
तुम्हारी याद है और उम्र भर की शाम बाकी है,
Ankur Rawat
बूँद बूँद याद
बूँद बूँद याद
Atul "Krishn"
15🌸बस तू 🌸
15🌸बस तू 🌸
Mahima shukla
प्रेम अंधा होता है मां बाप नहीं
प्रेम अंधा होता है मां बाप नहीं
Manoj Mahato
रिश्तों में परीवार
रिश्तों में परीवार
Anil chobisa
ज्ञान तो बहुत लिखा है किताबों में
ज्ञान तो बहुत लिखा है किताबों में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"आओ बचाएँ जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
राज जिन बातों में था उनका राज ही रहने दिया
राज जिन बातों में था उनका राज ही रहने दिया
कवि दीपक बवेजा
डर डर के उड़ रहे पंछी
डर डर के उड़ रहे पंछी
डॉ. शिव लहरी
कठिनाई  को पार करते,
कठिनाई को पार करते,
manisha
आत्म साध्य विचार
आत्म साध्य विचार
Neeraj Mishra " नीर "
11कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
11कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
Dr Archana Gupta
*खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे*
*खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पढ़िए ! पुस्तक : कब तक मारे जाओगे पर चर्चित साहित्यकार श्री सूरजपाल चौहान जी के विचार।
पढ़िए ! पुस्तक : कब तक मारे जाओगे पर चर्चित साहित्यकार श्री सूरजपाल चौहान जी के विचार।
Dr. Narendra Valmiki
यह अपना धर्म हम, कभी नहीं भूलें
यह अपना धर्म हम, कभी नहीं भूलें
gurudeenverma198
प्यारी-प्यारी सी पुस्तक
प्यारी-प्यारी सी पुस्तक
SHAMA PARVEEN
it's a generation of the tired and fluent in silence.
it's a generation of the tired and fluent in silence.
पूर्वार्थ
आव्हान
आव्हान
Shyam Sundar Subramanian
अकेले आए हैं ,
अकेले आए हैं ,
Shutisha Rajput
* हाथ मलने लगा *
* हाथ मलने लगा *
surenderpal vaidya
Loading...